संख्या 443 - मौत का शिकंजा (फ़्लैश गॉर्डन) (26 Dec 1982 - 1 Jan 1982)


राजेश जी के जन्मदिन पार्टी में पेश है, एक और इंद्रजाल:

यह आखरी अंक था सिर्फ संख्या के रूप में|
अगले अंक से "खंड 20" (जो साल था) "संख्या" (उस साल का कौन नंबर) के रूप आना शुरू हुआ जो खंड 27 संख्या 8 (1990) तक चला|

शुरू में वेताल और मैनड्रैक मेरे दिल पे राज करते थे, पर फ़्लैश गॉर्डन, खासतौर से डॉन बैरी के काम ने मुझे बहुत ही प्रभावित किया| शायद वेताल से भी अधिक, कम से कम उससे कम तो नहीं| पैनल को बार-बार दुहराने की जगह नए, ब्रह्माण्ड घूमने की इच्छा सपनों में ही सही पूरी हुई| अगर अभी अपने सौर्य-मंडल के कुछ ग्रहों का नाम बदल फिल्म बनती है तो शायद बहुत सफल भी होगी|

Language: 
हिंदी 
Number: 443 
Publishing Date: 26 Dec 1982 -1 Jan 
1983
Title: मौत का शिकंजा
Hero: फ़्लैश गॉर्डन
Script: डॉन बैरी
Art: डॉन बैरी + बॉब फ्युजिटानि
Cover: शेहाब 
Page: 32 (c2c)
Publisher: Bennett Coleman and Co. Ltd. (Times Group)
Scanned, edited and uploaded by: PBC

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